पौड़ी: अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेंद्र टम्टा और समरसता जिला संयोजक कुशलानाथ ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एसटी एससी एक्ट मामले में गिरफ्तार हुए आशुतोष नेगी को अंकिता हत्यकांड मामले से जोड़कर कांग्रेस राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि राजेश राज कोहली ने आशुतोष नेगी के खिलाफ एससी एससी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
विवेचना के आधार पर ही आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा कि अंकिता भडारी प्रकरण पर न्यायालय अपना काम कर रही है। वहीं, कुशलानाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कांग्रेस केवल दलितों को वोट बैंक समझती है और जब दलितों पर अत्याचार होते हैं तो उस पर कांग्रेस का हमेशा दोहरा चरित्र देखने को मिलता है।
गौर हो कि पौड़ी के कल्जीखाल के पयासू निवासी राजेश सिंह कोली राजा ने साल 2022 मई में महीने एसएसपी और डीएम को एक शिकायत सौंपी थी। जिसमें शिकायतकर्ता ने 4 लोगों पर मारपीट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी समेत जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया था। जिस पर मुकदमा दर्ज न करने पर शिकायतकर्ता ने बीती 2 जनवरी 2024 को पौड़ी एसएसपी कार्यालय परिसर और 4 जनवरी को डीएम कार्यालय परिसर के बाहर हेमवती नंदन बहुगुणा मूर्ति स्थल में सांकेतिक धरना दिया था।
इसके बावजूद कार्रवाई न किए जाने पर कोली का 8 जनवरी को आईजी देहरादून और 9 जनवरी को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक कार्यालय परिसर में धरना प्रस्तावित था, लेकिन इस बीच पुलिस ने सीओ सदर पौड़ी की जांच के बाद 5 जनवरी को एक अशासकीय विद्यालय के प्रबंधक उत्तम नेगी, पत्रकार आशुतोष नेगी, अंकित बिष्ट और दीप मैठाणी के खिलाफ एससी एसटी, आईटी एक्ट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
पौड़ी एसएसपी श्वेता चैबे ने मामले की जांच कोटद्वार सीओ को सौंपी और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कोटद्वार सीओ विभव सैनी ने बताया कि शिकायतकर्ता के खिलाफ सोशल मीडिया पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर पोस्ट करने के आरोपी दीप मैठाणी को देहरादून से गिरफ्तार कर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पौड़ी की अदालत में पेश किया गया। अदालत के आदेश पर आरोपी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार खांड्यूसैंण भेज दिया गया है। इसके अलावा पत्रकार आशुतोष नेगी को भी श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया।