देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने अल्मोड़ा लोकसभा क्षेत्र से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य चुनाव लड़ाए जाने की अपनी इच्छा बताई है। उन्होंने कहा कि आर्य के चुनाव न लड़ने की स्थिति में प्रदीप टम्टा एक स्वाभाविक दावेदार हैं। इनमें से चुनाव कोई भी लड़े पर दोनों की जीत के लिए काम करना हरीश रावत ने अपना धर्म बताया है।
सोशल मीडिया में लिखी पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि 2019 में चुनाव प्रबंधन के अभाव में पार्टी का वोट बैंक घटा है।इसके लिए काम करने को हम सभी कांग्रेसी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में प्रतिबद्ध हैं।
लोकसभा चुनाव अत्यधिक कठिन और असाधारण परिस्थितियों में हो रहा है। 2012 के उपचुनाव में मैंने चुनाव प्रबंधन का काम संभाला था। 2014 के लोकसभा चुनाव में हमको राज्य और केंद्र की सत्तारोधी रुझान का सामना करना पड़ा था। उसके बावजूद भी चुनाव प्रबंधन के चलते टक्कर अच्छी हुई थी।
उन्होंने कहा कि 2019 में पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष की अपने चुनाव में व्यस्तता और नेता प्रतिपक्ष की शारीरिक असमर्थता के कारण चुनाव प्रबंधन अच्छा नहीं हो पाया था। मैं भी अपने चुनाव में फंसा रह गया। प्रबंधन के अभाव में पार्टी का वोट बैंक बहुत घट गया।
किसी को भी मेरे योगदान पर संदेह करने का अधिकार नहीं है और मैं हमेशा सकारात्मक रहा हूं। बढ़ती उम्र के साथ क्षमता सीमित होती जाती है और पार्टी को चाहिए कि मेरी उपयोगिता व क्षमता का आकलन कर ही मुझसे अपेक्षा करें। वैसी भी क्रिकेट की भाषा में कोच और कप्तान को ही फ्रंट से नेतृत्व कर उदाहरण पेश करना होता है।