देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड में आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी पर सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, हो सकता है कि उनके पास अपना कोई एजेंडा है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच के दौरान उत्तराखंड पुलिस किसी भी तरह के दबाव में नहीं थी। हमें सरकार और मुख्यमंत्री का पूरा सहयोग मिला। राज्य पुलिस ने निष्पक्ष और साहसिक जांच की है। ऐसे में आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर आरोप लगाना पूरी तरह गलत है।
विवेचना में पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर पूर्व में एक आरोपी दीप मैठाणी को देहरादून से गिरफ्तार किया गया था। वहीं मंगलवार देर सायं को पत्रकार आशुतोष नेगी को भी गिरफ्तार कर दिया गया है। आशुतोष नेगी को न्यायालय में पेश किया गया।
न्यायालय के आदेश के बाद आशुतोष नेगी को 15 मार्च तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार पौड़ी भेज दिया गया है। इस दौरान न्यायालय से बाहर आते ही अंकिता के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अंकिता की मां तो बेहोश हो गईं, जिन्हें जिला अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया।
वहीं सीओ कोटद्वार विभव सैनी ने कहा कि कोतवाली पौड़ी में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। जिसके बाद दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके साथ ही बताया कि यह मामला अलग पंजीकृत किया गया है। लोग किसी अन्य मामले को इस मामलों से न जोड़ें। अंकित भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी के बाद उनका श्रीनगर में चल रहा अनिश्चितकालीन धरना और उग्र होगा।