श्री देव सुमन की पुण्यतिथि पर नम आंखों से दी गई श्रद्धांजलि


टिहरी। टिहरी राजशाही के खिलाफ 84 दिनों तक भूख हड़ताल करने वाले और महान स्वतंत्रता सेनानी श्री देव सुमन को उनके बलिदान दिवस पर याद किया गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश नौटियाल ने जिला कारागार में श्री देव सुमन की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। आजादी के बाद से टिहरी रियासत जेल में श्रीदेव सुमन कक्ष बना हुआ है, जहां पर उनकी बेड़िया आज भी सुरक्षित रखी गई हैं, जिन्हें आज दर्शनों के लिए रखा जाता है। श्रीदेव सुमन का जन्म 25 मई 1915 को जोल गांव के हरिराम और तारा देवी के घर में हुआ था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा अपर प्राइमरी स्कूल चंबा में हुई। 1929 में मिडिल स्कूल टिहरी से हिंदी मिडिल परीक्षा उर्तीण की। देहरादून से उच्च शिक्षा के बाद सनातन धर्म स्कूल में अध्यापक रहे। इसके बाद 1930 में नमक सत्याग्रह आंदोलन में 13-14 दिन जेल में रहे। 22 मार्च 1936 को गढ़देश सेवा की स्थापना की और 1937 में काव्य संग्रह सुमन सोरभ प्रकाशित, हिंदू धर्मराज्य और राष्ट्र मत पत्र पत्रिकाओं के संपादकीय विभाग में काम किया।