हरिद्वार: महाशिवरात्रि से एक दिन पूर्व हर की पैड़ी पर कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ी है। भोलेनाथ के भक्तों ने गंगा स्नान किया और महाशिवरात्रि के लिए जल लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो रहे हैं। हर हर महादेव के जयकारे हरिद्वार नगरी में चारों तरफ गूंज रही है। महाशिवरात्रि की कांवड़ यात्रा में अनोखे रंग दिखाई दे रहे हैं। कोई बाइक को नंदी का रूप देकर शिव का रूप धर उसमें बैठ कांवड़ ले जा रहा है तो कोई घुटनों के बल कांवड़ यात्रा कर रहा है। मुजफ्फरनगर का एक कांवड़िया 100 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा घुटनों के बल चलकर पूरी कर रहा है।
अलग-अलग तरीके से आकर्षक कांवड़ सजाकर जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं। कुछ महाकाल का स्वरूप धारण कर पहुंचा है। इस दौरान मंगलौर स्थित गंगनहर की पटरी पर एक अनोखा शिव भक्त देखने को मिला है। यह कांवड़िया घुटनों के बल चलकर कंधों पर हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने शिवालय उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खोखनी गांव के लिए रवाना हुआ है। यह शिवभक्त लगभग 100 किलोमीटर की यात्रा करके अपने गंतव्य पर पहुंचेगा महाशिवरात्रि पर 72 साल बाद इस बार तीन योगों का संयोग है। महाशिवरात्रि के दिन ही प्रदोष व्रत भी है। पंडितों के अनुसार महाशिवरात्रि के व्रतियों पर शिव कृपा बरसेगी। फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी महाशिवरात्रि इस बार 8 मार्च को है।
महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योगए चतुर्ग्रही योग और शिव योग बन रहा है। आचार्य सुशांत राज ने बताया कि महाशिवरात्रि पर इन तीन योगों का एक ही दिन पर बनना अद्भुत संयोग है। इस साल महाशिवरात्रि काफी शुभ फल देने वाली मानी जा रही है।